दरअसल, इसके जरिये बाबा रामदेव पाकिस्तान की जनता के दिल में मानवता पैदा करना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि लोग पैसा कमाकर सिर्फ बिरयानी खाने तक ही नहीं सोचें। योग गुरू ने कहा कि उन्हें मौका मिला तो वो पाकिस्तान जाकर योग जरूर सिखाएंगे।
रामदेव ने कहा कि कलाकार आतंकवादी नहीं होते हैं, लेकिन क्या उनमें जरा सी मानवता भी नहीं है? उन्हें भारत में आकर फिल्म में काम करके पैसा कमाने और फिर बिरयानी खाने से मतलब है। उन लोगों ने उरी अटैक और दूसरी आतंकवादी घटनाओं की निंदा क्यों नहीं की?
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