उनकी इस बात में ही द्रविड की सोच झलकती है। एक शानदार बल्लेबाज़ रह चुके द्रविड को साफ़ और सच बोलना पसंद है। आज तक किसी भी कॉन्ट्रोवर्सी में इनका नाम नहीं आया, द्रविड शायद इकलौते ऐसे बल्लेबाज़ हैं, जिनका कोई आलोचक नहीं और इसका कारण इस जवाब में ही छिपा है।