दरअसल, स्मार्टफोन पर इस नई तकनीक के आने के बाद छोटे कारोबारी भी स्मार्ट हो रहे हैं। सत्यम भी उन्हीं में शामिल है। सत्यम बताता है कि इससे खुदरा पैसे के लिए ग्राहकों से झिकझिक करने की नौबत नहीं आती है। कैश रखने की भी मजबूरी नहीं होती है। कॉलेज की छात्राएं ठेले से गोलगप्पे खातीं और पेटीएम के माध्यम से पेमेंट करती हैं।
इसके जरिए शॉपिंग की जा सकती है। मोबाइल पर ‘पेटीएम’ एप डाउनलोड करने के बाद उस पर अपना अकाउंट बनाया जाता है। ‘पेटीएम’ वॉलेट का उपयोग करने के लिए उसमें अपने बैंक अकाउंट से पहले ही कुछ पैसा जमा कर दिया जाता है।
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