यादगार पलों को एंजॉय करते हुए कलेक्टर जी. श्रीकांत ने कहा, ’33 सालों तक उन्होंने राज्य को अपनी सेवाएं दीं और सुनिश्चित किया कि कलेक्टर रोज़ाना दफ्तर तक सुरक्षित पहुंचें। मैं इस दिन को उनके लिए यादगार बना देना चाहता था और जो कुछ उन्होंने किया, उसके लिए धन्यवाद भी कहना चाहता था।’

आपको जानकर हैरानी होगी कि 58-वर्षीय दिगंबर थाक ने अपनी 33 सालों की नौकरी के दौरान एक-दो नहीं बल्कि 18 कलेक्टरों के लिए गाड़ियां चलाईं। उन्हें वक्त पर और सुरक्षित दफ्तर तक पहुंचाने का काम किया। शुक्रवार को वह रिटायर हो गए।

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