सबसे दिलचस्प घटनाक्रम जो बता रहा है कि कैसे जारी थी हलचल?
1# सार्क समिट का बायकॉट: दो दिन पहले भारत ने एलान किया कि वह नवंबर में इस्लामाबाद में होने वाली सार्क समिट का बायकॉट करेगा। चार और देश पीछे हटे।
2# एलओसी पर फायरिंग:बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात एलओसी पर सीजफायर वॉयलेशन की खबरें आईं। सुबह पाक मीडिया के हवाले से खबर आई कि भारत की जवाबी फायरिंग में पाक के दो सैनिक शहीद हो गए।
3# अमेरिका हुआ एक्टिव: गुरुवार सुबह अमेरिका की नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर सुजैन राइस ने हमारे एनएसए अजीत डोभाल से फोन पर बात की।
4# हाईलेवल मीटिंग:इसके बाद मोदी ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई। इसमें राजनाथ, सुषमा, जेटली, पर्रिकर, डोभाल, आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग, फॉरेन सेक्रेटरी एस जयशंकर और डीजीएमओ रणवीर सिंह शामिल हुए।
5# अहम बैठक टली:कोई बड़ा एलान होना था, इसलिए पाक को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेने से जुड़ी अहम बैठक टाल दी गई।
6# …और खुलासा:तभी खबर आई फॉरेन मिनिस्ट्री और डिफेंस मिनिस्ट्री की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीएमओ सामने आए और यह खुलासा किया।
कितनी अहमियत रखता है यह खुलासा?
(a) पहली बार एलओसी पार की: भारत-पाक के बीच 1949 में कराची एग्रीमेंट के बाद सीजफायर लागू हुआ था। तब से 775 किमी की रेखा सीजफायर लाइन कहलाने लगी। 1971 में इसे एलओसी नाम दिया गया। तब से अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि हमारी आर्मी ने एलओसी पार की है।
(b) पहली बार खुलकर एलान:यह भी पहली बार हुआ है कि पाक के मामले में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की बात पहली बार खुलकर कबूल की है। पिछले साल म्यांमार में जब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक किया था, तब भी भारत ने खुलकर इस बारे में कुछ नहीं कहा था।
(c) पहली बार पूर्व पीएम को भी बताया:मोदी सरकार और आर्मी ने इसे कितने बड़े पैमाने पर कबूल किया है, इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, जम्मू-कश्मीर के गवर्नर और सीएम को भी जानकारी दी गई।
(d) मोदी ने बुलाई ऑल पार्टी मीटिंग: इस खुलासे के बाद मोदी ने शाम को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई। कांग्रेस से लेकर सभी दलों ने सरकार और आर्मी के इस कदम की तारीफ की है।

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