बैगा समाज में महिलाओं को बहुत सम्मान दिया जाता है यहां लड़के-लड़कियों दोनों को प्रेम विवाह की आजादी दी जाती है, यहां लड़कियां खुद अपना जीवनसाथी चुनती हैं। इस जनजाति में शादी से पहले संबंध बनाने पर रोक नहीं है। शारीरिक संबंध बनाने की बात माता-पिता या पंचों को पता चलती है, इसके बाद शादी कर दी जाती है।
शादी करने के लिए कुंवारी लड़की अपनी इच्छा से लड़के को उसके घर जाकर पसंद कर सकती है। जब लड़की लड़के के ऊपर हल्दी, चावल डालती है तो इसका मतलब लड़की ने लड़के को पसंद कर लिया है। इस शादी में लड़की वाला लड़के वाले से तीन-चार सौ रुपए खर्च वसूलता है।