गार्डन के गेट और स्टेज में कुछ कमियां नजर आईं तो सीएम ने उन्हें बेहतर करवा दिया। जब बरात मैरिज गार्डन पहुंची तो उन्होंने बारातियों को स्वागत किया। दूल्हे को घोड़ी से उतारा, द्वार पूजा करवाई और फिर हाथ पकड़कर स्टेज तक ले गए। बरातियों से घूमकर खाने के लिए कहा और कुछ कमियों को लेकर हाथ जोड़कर माफी भी मांग ली।

विवाह की रस्म पूरी होने के बाद मीडिया से मुखातिब मुख्यमंत्री ने कहा कि पिता की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता लेकिन शहीद के परिवार को बाकी कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। शिवराज ने कहा कि भगवान न करे सोनिया की तरह किसी दूसरी बेटी को ऐसा दिन देखना पड़े। बता दें कि, शहिद रामशंकर यादव उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले थे। वह मध्य प्रदेश कारागार पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल पद पर तैनात थे।

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