बाल अधिकारों की आवाज उठाने वाले कैलाश सत्यार्थी को दिसंबर 2014 में शांति का नोबेल पुरस्कार मिला था। उनके साथ पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की दिशा में काम करने वाली मलाला यूसुफजई को भी संयुक्त रूप से ये सम्मान दिया गया था। बताते चलें कि ‘बचपन’ नाम की एक एनजीओ के जरिए कैलाश और उनकी टीम बच्चों के अधिकारों के लिए काम करती है।
कैलाश सत्यार्थी सामाजिक कार्यकर्ता और बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक अध्यक्ष हैं। अब तक 80 हजार से ज्यादा बच्चों की जिंदगी कैलाश सत्यार्थी ने बदली है। 11 जनवरी 1954 को जन्मे कैलाश सत्यार्थी ने भोपाल गैस त्रासदी के राहत अभियान में भी हिस्सा लिया था। 2009 में सत्यार्थी को डेफेंडर ऑफ डेमोक्रेसी अवॉर्ड (अमेरिका) मिला था। 2008 में अलफांसो कोमिन इंटरनेशनल अवॉर्ड (स्पेन) मिला था। 2007 में मेडल ऑफ द इटालियन सेनाटे (Medal of the Italian Senate) सम्मान से नवाजे गए थे। इसके बाद 2014 में उन्हें नोबेल दिया गया था।