उन्होंने बताया कि तमिलनाडु में नपुंसकता 20 फीसदी तक है, जबकि बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों में ये दर काफी नीचे है।उन्होंने बताया कि सामान्यतया 70 फीसदी नपुंसकता की समस्या का इलाज हो जाता है, लेकिन बाकी 30 फीसदी मामले गंभीर हो जाते हैं,और उनके लिए विशेष प्रयास की जरूरत होती है।
1 2