बंदर जैसे कान– ऐसे व्यक्ति काम, क्रोध, लोभ, मोह तथा अहंकारयुक्त होते हैं। दुखमय गृहस्थ जीवन भोगते हैं। जीवन में स्थिरता नहीं रहती।
बंदर जैसे कान– ऐसे व्यक्ति काम, क्रोध, लोभ, मोह तथा अहंकारयुक्त होते हैं। दुखमय गृहस्थ जीवन भोगते हैं। जीवन में स्थिरता नहीं रहती।