जहाँ चिकनगुनियां और डेंगू वायरस के कारण होता है वहीं मलेरिया परजीवियों से होने वाला संक्रमण है। इसके अलावा मलेरिया में मुख्यत: लिवर (गुर्दा) और लाल रक्त कोशिकाओं पर हमला होता है। जबकि चिकनगुनियां और डेंगू में संक्रमण का स्थान आंतरिक कोशिकाएं रहती हैं।
बहुत कम मामलों में बीमारी का इलाज होने के बाद भी मरीज़ को लगभग एक वर्ष तक जोड़ों में दर्द की समस्या बनी रहती है। उदाहरण के लिए चिकनगुनियां के 100 मामलों में से 90% मामलों में मरीज़ तीन से चार महीनों में ठीक हो जाते हैं जबकि 10% प्रतिशत मरीज़ लगभग छह महीने से एक वर्ष तक पॉलिअर्थ्राल्गिया (बहुत से जोड़ों में दर्द) से प्रभावित रहते हैं। अत: मच्छरों के पसंदीदा स्थान पर उन्हें बढ़ने से रोकें तथा मच्छरों से छुटकारा पायें।