पिछले दिनों एक अखबार में दिये इंटरव्यू में तापसी ने बताया कि कॉलेज के दिनों में उन्हें किस तरह बसो में छेड़खानी का सामना करना पड़ता था। कई बार लोग मुझे गलत तरीके से टच करते, मुझ पर जान बूझकर गिरते और खुद को मुझ पर रगड़ते थे। इतना ही नहीं त्यौहारों के दिनों में जब हम भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाते थे तो लोग अक्सर यहां-वहां हाथ लगाते रहते थे।
जब तापसी से पूछा गया कि आप लोगों की इस तरह की हरकतों को कैसे बर्दाश्त कर लेती थीं तो जवाब में तापसी ने कहा- दरअसल, हमारी परवरिश ही ऐसे माहौल में हुई है कि हमें अक्सर कहा जाता है कि वहां मत जाओ, ऐसा मत करो, ये कपड़े मत पहनो, उस जगह पर मत जाओ वगैरह-वगैरह। कभी-कभी तो हमें खुद लगने लगता है कि कहीं हम ही तो गलत नहीं। ऐसे में अगर मेरे साथ कभी ये हादसा पेश आता था तो मैं खुद ही इसे अपनी गलती समझकर उस जगह से भाग जाती थी। क्या करना है और क्या नहीं करना है ये तो बस जैसे हम लड़कियों के लिए ही बने हैं।
बता दें कि डायरेक्टर अनिरुद्ध राय चौधरी की फिल्म ‘पिंक’ में तापसी जो किरदार निभा रही हैं, उसमें भी उन्हें छेड़खानी का शिकार होना पड़ता है। तापसी की डेब्यू फिल्म ‘चश्मे बद्दूर’ है।