सोनी ने बताया कि उसे लात घूंसों से मारा गया और जब इस पर भी उनका पेट नहीं भरा तो उसे रात में घसीट कर घर से बाहर कर दिया। अपने गर्भ में पल रहे अपने शिशु की रक्षा के लिए सोनी ने हिम्मत दिखाई और रात में ही वह अपने रिश्तेदार के यहां जा पहुंची। फिर उसे गिरिडीह सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। लड़की के परिजनों ने पुलिस में लड़की ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।
सोनी देवी ने बताया की उसकी शादी 4 वर्ष पूर्व सोभराजपुर निवासी नरेश पंडित के साथ हिंदु रीति रिवाज से हुई। शादी के बाद वह ससुराल में ही रहने लगी। उसे दो साल की एक बेटी भी है। पति बेंगलोर में प्राईवेट नौकरी करता है। लेकिन पिछले छह माह से वह यहीं है। पहले उसने मायके से 50 हजार रुपए लाने का दबाव दिया। इसके बाद कहने लगा कि पहले से एक बेटी है और फिर बेटी होगी, लिहाजा गर्भपात करा दो। जब इनकार किया तो कहने लगा कि पेट में पल रहा बच्चा उसका नहीं है। किसी नाजायज संबंध का परिणाम है।
वहीं दूसरी तरफ बेंगाबाद थाना प्रभारी मनोज कुमार ने कहा कि घटना की सूचना मिली है। पीड़ित महिला फिलहाल गिरिडीह सदर अस्पताल में इलाजरत है। नगर थाना पुलिस का फर्दबयान आते ही आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।