जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी नीलम सूद ने बताया कि दोनों बच्चियों को फिलहाल वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है। 30 जनवरी को दोनों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा। वहां से प्रस्ताव बनाकर बालिका गृह भोपाल भेजेंगे। वहां रहने व पढ़ाई की व्यवस्था होगी।
हम इस बात की भी जानकारी निकाल रहे हैं कि घटना की जानकारी किस-किसको थी और किसने इसे छिपाए रखा। अगर किसी का नाम सामने आता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई प्रस्तावित करेंगे।
मामला सामने आने के बाद इस बात की जानकारी भी मिली की कुछ लोगों को इस घटना की पहले से जानकारी थी, लेकिन किसी ने भी शिकायत नहीं की। चाइल्ड लाइन के जयपाल देवड़ा के मुताबिक जब तक लोग जागरूक नहीं होंगे तब तक घटनाएं सामने नहीं आ सकेगी। अगर किसी को पता है तो उसे शिकायत करनी चाहिए। उसका नाम-पता गोपनीय रखा जाता है।