इसी गिरोह ने लंदन के लीवरपूल की लेंडर जेरी नाम की युवती बनकर गोमतीनगर के विशालखंड निवासी बिजली ठेकेदार सुरेश गुप्ता से फेसबुक पर दोस्ती की और भारत घूमने का झांसा देकर 65 हजार रुपये ठगे थे। सुरेश ने एफआईआर दर्ज कराई थी। साइबर सेल के नोडल अधिकारी सीओ हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि उस अकाउंट से जुड़े अन्य अकाउंट के बारे में जानकारियां जुटाकर ठगों को दबोचा गया।पूछताछ में साहिल ने कुबूला कि वह फर्जी दस्तावेज बनाकर बैंक अकाउंट खुलवाता था। इसके बाद अकाउंट के आधार पर ही वोटर आईडी, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य फर्जी दस्तावेज बनवा लेता था।
पूछताछ में मास्टरमाइंड मो. साहिल ने कुबूला कि वह ठगी के धंधे में रोजाना 30 हजार रुपये तक कमा लेता था। एएसपी पूर्वी शिवराम यादव ने बताया कि ये चारों शातिर तीन महीने से लखनऊ में किराये के मकान में रहकर दिल्ली में बैठे नाइजीरिया के साइबर ठगों के लिए काम कर रहे थे। वहीं इस गिरोह का सरगना और चार लड़कियां फेसबुक पर विदेशी युवतियों के नाम से प्रोफाइल बनाकर लोगों को फंसाते थे।