लड़की के माता-पिता ने लड़के के अभिभावकों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने धमकी दी कि अपने बेटे की शादी किसी सुंदर लड़की से कर दें। एक दिन स्कूल से छुट्टी मिलने पर जब शिक्षिका अपनी ससुराल गई तो वहां उसने अपने पति को दूसरी पत्नी रोशनी के साथ पाया।
ससुरालवालों ने शिक्षिका को पीटकर घर से निकाल दिया। पंचायत की कोशिश भी विफल साबित हुई। हारकर सुनीता ने न्यायालय की शरण ली। एसडीजेएम जमुई की अदालत में मामला चल रहा था। इस बीच संजीव कुमार ने हाईकोर्ट से यह कहकर औपबंधिक जमानत ले ली कि उसने सुनीता से कभी शादी ही नहीं की।