वहीं नवादा से राजद विधायक यादव को जमानत मिलने के बाद पीड़ित छात्रा काफी डरी सहमी है। दो दिन पहले ही उसने मुख्यमंत्री के नाम एक वाट्सएप मैसेज पत्रकारों को भेजकर कहा था कि “वह… जेल से बाहर आ चुका है। मैं काफी भयभीत हूं और अपने परिवार के लिए डरी हुई हूं। मैं पहले ही मरी हुई हूं मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। बस मुझे मेरे परिवार की चिंता है।”
छात्रा का यह संदेश जल्द ही सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। इसके बाद से सरकार पर लगातार राजबल्लभ की जमानत रद कराने का दबाव है।
मामले में नीतीश सरकार की ओर से सुप्रीमकोर्ट में याचिका भी दायर की गई है जिसमें कहा गया है कि दस से ज्यादा संगीन मामलों में आरोपी राजबल्लभ यादव के जमानत पर बाहर रहने से सबूतों और गवाहों को प्रभावित करने की आशंका है। मामले में सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा।
विपक्षी भाजपा ने आरोप लगाया है कि नीतीश सरकार लालू यादव के दबाव में काम कर रही है इसलिए हाइकोर्ट में राजबल्लभ यादव के खिलाफ मजबूत पैरवी नहीं की।