सुनील वक्त मिलते ही रामपुर से ट्रेन से दिल्ली एनसीआर के अलग अलग शहरों में अपनी हवस की खुराक की तलाश में घूमता और मौका मिलते ही अपने काम को अंजाम देकर चलता बनता। सबसे खास बात यह कि पिछले चार साल में जब-जब सुनील रस्तोगी मासूम बच्चियों के साथ रेप और छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम देता, तब-तब एक ही कपड़े पहनकर आता था। सुनील के कबूलनामे ने पुलिस को भी हैरान कर दिया है। यह एक ही कपड़े पहनकर रेप की वारदात करता था और हमेशा एक ही जूते, एक ही जैकेट पहनता था। एक ही दिन वारदात को अंजाम देने के लिए घर से निकलता था और एक ही नंबर की ट्रेन में सफर भी करता था।