नियोजित तरीके से वह चरणजीत को शादी करने के बहाने से अपने साथ यूपी के बिलासपुर स्थित चंदोला गांव में ले गया। जहां पहले से ही सुरेंद्र का दोस्त शेर सिंह मौजूद था। दोनों ने पाटल से उसकी हत्या कर शव को ठिकाने लगाया।
इस बीच सितारगंज रह रहे चरणजीत के पति महेंद्र सिंह ने चरणजीत को फोन लगाया, जो स्विच ऑफ बता रहा था। उसे शक हुआ तो वह घर आ पहुंचा। घर पर ताला लगा देख उसने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस को जांच में शुरुआती शक सुरेंद्र पर गया। उन्होंने उससे सख्ती से पूछताछ की तो मामला खुल गया। निशानदेही पर चरणजीत का शव बरामद हो गया है।