इंस्पेक्टर जनरल सेकरा कहते हैं कि इस पूरे मामले का सबसे दुखद पहलू यह है कि इन मामलों के सामने आने के बाद भी किसी को अब तक जेल नहीं भेजा जा सका है। लोग सीधे-सादे शब्दों में ये बात जानते हैं कि ‘भइया, कोई क्राइम नहीं बनेगा’। इसके बावजूद अब पुलिस ऐसे रिचार्ज करने वालों के खिलाफ सख्त होने जा रही है। यही नहीं उन्होंने बताया कि अब तक वह ऐसे तीन रिचार्ज भइया को धारा 467 के तहत गिरफ्तार भी कर चुके हैं। इन तीनों को झूठे डॉक्यूमेंट्स लेते हुए पकड़ा गया है।