इसके बाद में 6 सितंबर को यह केस कुर्ला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया। क्राइम ब्रांच चीफ संजय सक्सेना ने सीनियर इंस्पेक्टर अजय सावंत, योगेश चव्हाण और संपत राउत की तीन सदस्यीय टीम बनाई। इस टीम ने बुजुर्ग से उनकी पोती का नाम व फोटो लिया और फिर फेसबुक पर सर्च करना शुरू कर दिया।
ऐसे में जांच टीम ने साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से पता किया कि यह फेसबुक अकाउंट किस मोबाइल नंबर के नेट से ओपन किया गया था? कुछ ही घंटे में वह नंबर भी मिल गया। लेकिन जांच में यह भी पता चला कि यह नंबर तीन-चार महीने ऐक्टिव रहने के बाद फिर बंद हो गया है। ऐसे में जांच टीम ने पता किया कि जब यह नंबर ऐक्टिव था, तो उस वक्त उसका लोकेशन सबसे ज्यादा कहां का था? उसी में रत्नागिरी के पास दापोली इलाके का लोकेशन मिला। इसके बाद लड़की के फोटो को लेकर उसे उस इलाके में ढूंढा गया। इसी दौरान दो दिन पहले लड़की को उसके प्रेमी ऋषिकेश यादव के साथ ट्रेस कर लिया गया।