गांव के एक शख्स ने नाम जाहिर न होने की शर्त पर बताया कि यह घटना राजनीतिक रंजिश की वजह से हुई। उसने बताया,’पीड़िता के परिवार ने दिसंबर 2015 के पंचायत चुनाव में उस उम्मीदवार को वोट दिया था जो एक आरोपी का प्रतिद्वंद्वी था। यही वजह है कि आरोपी पीड़िता से बदला लेना चाहता था।’ आरोपियों के साथ झगड़े में महिला को चाकू से चोटें आई है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं जहां वह डॉक्टरों की देख-रेख में है।
चारों आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं। उनकी पहचान सत्यपाल गंगवार, दिजेंद्र गंगवार, सुभाष गंगवार और जयंत गिरी के तौर पर हुई है। फिलहाल चारों में से किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। महिला के रिश्तेदार ने सोमवार को इस बारे में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर किया। हालांकि पुलिस ने जांच शुरू होने से पहले ही महिला के दावे को खारिज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि यह घटना जमीन-जायदाद के एक झगड़े से सम्बन्धित है। सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (रुरल) युमना प्रसाद ने कहा,’पहली नजर में यह जमीन-जायदाद से जुड़े झगड़े का मामला लगता है। आरोपियों का महिला के साथ पहले से ही झगड़ा था। बाद में मामले को सनसनीखेज बनाने के लिए रेप का आरोप लगाने की कोशिश की गई।’