कार में आयुष के दो दोस्त भी साथ थे। शुरू में दोनों फरार थे, लेकिन बाद में दोनों थाने आ गए। लड़के के पिता फूड इंस्पेक्टर हैं और लड़की के पिता रेलवे के लोको पायलट हैं। बता दें कि, आयुष छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का रहनेवाला है। रायपुर सेंट्रल स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही आयुष की इस लड़की से जान पहचान हुई थी। उस समय लड़की लोयला कांवेंट में पढ़ती थी। फिलहाल आयुष रायपुर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है।
लड़की ने ऑटो से ही मोबाइल फोन के जरिए अपने दोस्तों को इसकी सूचना दी थी। इसके बाद उसके दोस्त एक एनजीओ के प्रतिनिधियों के साथ विधानसभा गेट पर मौजूद थे। वहीं इसे पकड़ कर पीटा गया और पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि घटना में पहले लोगों ने युवक पर अपहरण का आरोप लगाया था, जो बाद में गलत निकला। साथ ही मामले में दोनों पक्षों के गार्जियन से बात की जा रही है।