जडेरुआ में रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी के पिता छोड़कर चले गए थे, जबकि मां का देहांत हो गया है। वह अपनी नानी के यहां पर रहती है। अप्रैल 2016 में उसे राजेश जाटव नाम का युवक शादी का झांसा देकर बहला-फुसलाकर ले गया। नानी के परिजनों ने अपहरण का मामला गोला का मंदिर थाने में दर्ज कराया था। पुलिस ने किशोरी को सूरत से बरामद किया है।
सब इंस्पेक्टर एवं नाबालिग किशोरी ने आरोप लगाया कि डॉ. रीना सक्सेना से जब एमएलसी करने के लिए कहा तो डॉक्टर बोलीं, दो-तीन माह के लिए भाग जाओगी। गलत काम करोगी और फिर मुंह उठाकर यहां चली आओगी। सब इंस्पेक्टर का कहना था कि इस मामले की इंचार्ज डॉ. साधना शिवहरे से भी शिकायत की, लेकिन उनके द्वारा भी दोपहर 1ः30 बजे तक इंतजार करने के लिए कहा गया।
एमएलसी के लिए मुरार प्रसूति गृह में क्लास टू डॉक्टर को होना चाहिए, लेकिन मंगलवार को कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। मुरार प्रसूति गृह की इंचार्ज डॉ साधना शिवहरे के मुताबिक दोनों क्लास टू डॉक्टर छुट्टी पर थे, लेकिन उनको एमएलसी के लिए कॉल पर बुलाया जा सकता था।