पुलिस के मुताबिक, मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। दोनों लड़के हवलदार भोला पासवान के बेटे हैं। भोला रक्सौल जिला बल में कार्यरत हैं। फिलहाल, आरा पुलिस बरामद दोनों बहनों और अरेस्ट किए गए दोनों आरोपियों को अपने साथ ले गई है। दोनों बहनों ने कहा कि अगर हमलोग घर से नहीं भागते तो हमलोगों को जिंदा जला दिया जाता।
दोनों बहनों के पिता ने बताया कि आरा के जगदीशपुर गांव के रहने वाले प्रवीण नामक के एक युवक ने उनकी दोनों बेटी का अपहरण किया था। इस जानकारी के आधार पर उन्होंने प्रवीण के खिलाफ केस दर्ज करा दिया।बाद में पता चला कि प्रवीण के दोस्त आयुष और उसके भाई रंजीत पासवान ने मिलकर मेरी दोनों बेटी का अपहरण किया और उसे भागलपुर में छिपाकर रखा है। छात्रा ने पुलिस बताया कि जिस प्रवीण का नाम केस में दिया गया है, वह मेरा दोस्त है। दोनों बहन अपने पिता के घर जाना नहीं चाह रही थीं।
पुलिस ने जांच के जरिए अपहृत दोनों बहनों के मोबाइल का लोकेशन पता किया तो वह तिलकामांझी के शिवपुरी कॉलोनी में मिली। इसके बाद आरा पुलिस ने तिलकामांझी पुलिस के सहयोग से हवलदार भोला सिंह के घर से दोनों अपहृत बहनों को बरामद कर लिया और उनके दोनोें बेटों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दोनों युवकों का कहना है कि उनलोगों ने लड़कियों का अपहरण नहीं किया।