बच्चों को अंदर ले जाकर नीलकंठ बच्ची के कपड़े उतारने लगा। जबकि बच्चे को कमरे के बाहर कर दिया। बहन को अकेला पड़ते देख भाई पड़ोसी के दरवाजे पर जाकर रोने लगा। एक महिला बाहर निकली तो उससे कहा कि नोनी अंदर रोवत है। बच्चे की बात सुनकर महिला ने दरवाजा खटखटाया तो नीलकंठ ने कुछ देर बाद दरवाजा खोला।

इस बीच वहां आसपास के बच्चों ने भी किसी बच्ची के अंदर होने की बात कही। महिला ने जबरदस्ती दरवाजा खोलकर अंदर झांका तो कुछ दिखाई नहीं दिया, लेकिन कमरे से निकलते समय उसकी नजर आईने पर पड़ी। बच्ची पलंग के नीचे बैठी थी। महिला ने तुरंत दोनों बच्चों को घर रवाना किया। नीलकंठ को फटकार लगाते हुए पुलिस में शिकायत करने की बात कही।

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