जाधव ने बताया, ‘दोनों बच्चे कार के नीचे दबे हुए थे। मैंने कुछ और लोगों के साथ मिलकर उन्हें बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।’ बाद में दोनों लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीबी अस्पताल भेज दिया गया। संतोष और संगीता को गिरफ्तार कर सोमवार को अदालत के सामने पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों को 15-15 हजार का मुचलका भरने के बाद जमानत दे दी पुलिस का कहना है कि दोनों बच्चों को गहरी चोट लगी थी और उनकी कई हड्डियां टूट गईं थीं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, की 12 साल का अक्षायुंश ध्यानी और उसका छोटा भाई अभय दोपहर करीब 2.30 बजे साइकिल चला रहे थे। दोनों बच्चों को सामने देखकर वह शायद घबरा गई और उसने ब्रेक लगाने की जगह अक्सेलरेटर दबा दिया।’ कार ने पहले बच्चों को टक्कर मारी और फिर जाकर एक पेड़ से टकराने के बाद दीवार से लग गई। कार का निचला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। पुलिस ने कार को भी बरामद कर लिया है।