अमावस्या के दिन चावल की खीर बनाकर उसमें रोटी चूर लें तथा इसे कौओं के खाने के लिए घर की छत पर रख दें। इस उपाय से घर के पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। अगर कुंडली में किसी प्रकार का पितृ दोष हो तो उसका अशुभ असर भी समाप्त हो जाता है। साथ ही रूके हुए काम बनने लगता है।
चावल का यह उपाय कुंडली में चन्द्रमा की अशुभता दूर करता है
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्र अशुभ हो या किसी दुष्ट ग्रह के प्रभाव से अपना पूरा असर नहीं दे पा रहा है तो ऐसे आदमी को अपनी माता से एक मुट्ठीभर चावल विधिपूर्वक दान ले लेने चाहिए। इससे हमेशा के लिए चन्द्रमा की अशुभवता दूर हो जाती है।
सूर्यास्त के बाद भूल कर भी चावल ना खाएं
कभी भी सूर्यास्त के बाद चावल नहीं खाना चाहिए। इससे लक्ष्मीजी का अपमान होता है और घर की लक्ष्मी भी रूठ जाती है।