आपको बता दें कि इस प्रतिमा का निर्माण देसी घी से हुआ है, जिसे मंदिर के पुजारियों द्वारा 101 बार पवित्र जल से शुद्ध किया गया है। उन्होंने कहा कि मक्खन से बनी प्रतिमा को देवी की पिंडी से 20 जनवरी को हटा लिया जाएगा और इसे ‘प्रसादा’ के रूप में श्रद्धालुओं को बांट दिया जाएगा।