सात साल की बच्ची के साथ जहां आरोपी ने किया रेप, वहीं पर गांव वालों ने दी मौत की सज़ा , रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत बरमसिया पंचायत के गांव में गुरुवार तड़के सात वर्षीय बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाले को ग्रामीणों ने उसी स्थान पर ले जाकर मारा, जहां उसने बच्ची की हत्या की थी। इस घटना से ग्रामीण इस कदर आक्रोशित थे कि उन्होंने पुलिस को सूचना देने की बजाय खुद ही आरोपी को सजा दे दी।
बच्ची मंगलवार को अपने माता-पिता के साथ मामा घर बरमसिया पंचायत के एक गांव शादी समारोह में शामिल होने आई थी। शाम को वह गांव की अन्य बच्चियों के साथ खेल रही थी। उसी शादी में शामिल होने मीथा हांसदा भी गांव आया हुआ था। मीथा हांसदा की शादी गांव की ही सुकूदी टुडू के साथ हुई थी। उसने बच्ची को खेल-खेल में खूब दौड़ाया। बच्ची दौड़ते हुए झाडि़यो की तरफ चली गई। तभी मौका पाकर मीथा ने उसे गोद में उठा लिया और नदी के पास दुष्कर्म करने के बाद मौत के घाट उतार दिया। हत्या करने के बाद वह एक बजे रात को घर लौटा।
मंगलवार की शाम खेलते वक्त जब मीथा हांसदा बच्ची को उठाकर ले जा रहा था तो उस वक्त वह रो रही थी। उसके रोने की आवाज अन्य बच्चियों ने भी सुनी। उन्होंने परिजनों को इसकी जानकारी भी दी, लेकिन शादी समारोह में सभी के नशे में होने के कारण किसी ने बच्चियों की बात पर ध्यान नहीं दिया। रात में घर नहीं आने पर उसकी खोजबीन की गई।
मंगलवार की रात भर बच्ची के माता-पिता समेत अन्य परिजन उसे ढूंढते रहे। उसका कोई सुराग नहीं मिला। बुधवार की सुबह से ही परिजन डुगडुगी बजाकर आसपास के गांव, पहाड़ तथा अन्य झाडि़यो में ढूंढते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चला। बुधवार की शाम को परिजनों के कहने पर गांव में बैठक बुलाई गई। बैठक में मीथा को छोड़ सभी पुरुष सदस्य मौजूद थे। परिजनों के कहने पर मीथा हांसदा को भी बैठक में बुलाया गया। मीथा की पत्नी सुकूदी टुडू ने बताया कि पति मंगलवार की रात एक बजे घर आया है।
पूछताछ में मीथा ने बताया कि वह शराब पीकर सोया था। ग्रामीणों द्वारा बार-बार पूछताछ करने पर वह अपना बयान बदलने लगा। इसके बाद बच्ची के साथ खेलने वाली उसकी सहेलियों ने उसकी असलियत सामने ला दी। फिर क्या था ग्रामीणों ने उसे बांधकर पीटा। मीथा ने सारा गुनाह कबूल कर लिया। ग्रामीण उसे नदी किनारे ले जाकर तब तक पीटते रखे, जब तक उसकी सांस टूट नहीं गई।