आज के समय में कैंसर एक बड़ी ही घातक बीमारी बन गयी है। हालांकि इसका इलाज संभव है लेकिन इसकी दवाएं बहुत ही महंगी है। आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताने वाले हैं जिसके अंदर इस घातक बीमारी का इलाज है। जी हां चीन की हुनान प्रांत में 1300 साल पुराना एक पेड़ पाया गया विलुप्तप्राय श्रेणी का। वहा के अधिकारियों ने बताया कि पार्क में मिला ये सदाबहार प्रजाति का टैक्सस चीनेंसिस पेड योंगझोउ शहर के शुनहुआंगशन राष्ट्रीय वन का है। इसकी लंबाई 35 मीटर और गोलाई 2.2 मीटर बताई गई है। और ऐसा माना जाता है कि टैक्सस चीनेंसिस एक विलुप्तप्राय पौधा है जो 25 लाख वषों से अस्तित्व में है।
अत्यधिक कटाई के कारण इनकी संख्या इतनी कम हो गई कि ये प्रजाति विलुप्तप्राय श्रेणी में आ गई।
इसके अगल-बगल दो और छोटे पेड़ हैं। सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ के अनुसार इन तीनों ही पेड़ों को स्थानीय ग्रामीणों ने बेहतर तरीके से संरक्षित कर रखा है।
ये पौधा केवल गर्म और गीले जगहों पर ही होता है। इन पेड़ों से टैक्सोल प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में इनकी कटाई होने लगी। कैंसर के इलाज में किया जाता है टैक्सोल का इस्तेमाल।