मध्यप्रदेश के मंडला ज़िले में अस्पताल की मनमानी, महिला को ज़बरदस्ती लगा दी कॉपर टी , मंडला जिला अस्पताल में एक महिला को बिना बताए कॉपर टी लगा दी गई है। इसका खुलासा तब हुआ जब उसे डिस्चार्ज किया जा रहा था। तब एक नर्स आई और महिला का नाम लिखा कार्ड जेठानी को पकड़ाया। इस पर जेठानी ने कहा कि यह किस बात का कार्ड है तो नर्स ने कहा कि तुम्हारी देवरानी को कॉपरटी लगा दी है तथा इसमें 600 रुपए मिलेंगे। यह सुनकर तो उसके होश ही उड़ गए। कार्ड लेकर जेठानी हतप्रभ रह गई और उसने कहा कि हम लोगों से पूछा ही नहीं तथा अपने मन से ही कॉपर टी लगा दी। इस पर इस बात का कोई जवाब दिए बगैर नर्स वहां से चली गई। हताश महिला समेत सभी परिजन घर आ गए। लेकिन महिला को उठने-बैठने में दर्द होने लगा।
शहर की एक महिला नीलू को 14 जून की शाम को जिला अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। उसी रात को उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। 16 जून की सुबह 11 बजे उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। लेकिन घर आने के बाद नीलू को लगातार दर्द हो रहा था। 17 जून की सुबह काफी दर्द हुआ, जो लगातार बढ़ता गया व 18 जून को दर्द काफी बढ़ जाने पर चलना, फिरना, उठना-बैठना लगभग बंद हो गया। घबराए परिजन नीलू को लेकर कटरा निजी अस्पताल पहुंच गए। वहां पर कॉपर टी तथा टांकों में हुए संक्रमण दोनों को ठीक किया गया।
कॉपरटी लगाने वाली नर्स को 150 रुपए मिलते हैं साथ ही आशा कार्यकर्ता को भी 150 रुपए मिलते हैं। चंद रुपए की चाहत के चलते मरीज को कितनी भी तकलीफ हो जाए। इसका यह ख्याल नहीं रखते उन्हें तो बस रुपए से मतलब है। दर्द जब बहुत ज्यादा होने लगा तो परिजन 18 जून को महिला को निजी अस्पताल पहुंचे। जांच करने पर डॉक्टर ने बताया कि उसे लगाए गए टांकों में संक्रमण हो गया है तथा कॉपर टी ठीक से नहीं लगी है इस वजह से दर्द हो रहा है। निजी अस्पताल में महिला के टांके खोले गए और कॉपर टी को ठीक से लगाया गया। इस दौरान महिला तीन दिन तक निजी अस्पताल में भर्ती थी।