मायके में थी नवविवाहिता, पुराने आशिकों ने उसे अकेले में घेरा और फिर , फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में छुट्टी में मायके आई दलित महिला को गांव के ही दबंगों ने यौन हिंसा का शिकार बनाया। पुलिस में शिकायत करने जा रहे पीड़िता और उसके परिजनों को दबंगों ने रास्ते में रोक कर पीटा। किसी तरह घर में घुस कर सभी लोगों ने जान बचाई और 100 नंबर पर फोन कर घटना की सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची, तब कहीं दबंग वहां से भागे।
किसी तरह छूट कर घर पहुंची पीड़िता ने परिजनों को आपबीती सुनाई। परिजन पीड़िता को लेकर पुलिस थाने जा रहे थे। आरोप है कि बिज्जी, महेश, नरेश, कल्याण, अभिषेक सहित तीन चार औरतों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और सबकी पिटाई कर दी। हमलावरों ने पीड़िता के भाई-भाभी का गहने भी झपट लिए। किसी तरह बच कर घर में घुस कर पीड़ित परिवार ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।
बाहर हमलावर जान से मारने की धमकी दे रहे थे और गोली चलने की भी आवाज सुनाई दी। पीड़िता ने 100 नंबर पर हमले की सूचना दी। थोड़ी ही देर में पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी इधर-उधर हो गए। एसएचओ छांयसा ने बताया कि केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी गई है, जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मामला छांयसा थाना क्षेत्र के एक गांव का है। दलित महिला के मुताबिक, वह छुट्टियों में मायके आई हुई है। शनिवार की शाम करीब तीन बजे वह कूड़ा डालने के लिए निकली थी। आरोप है कि सुनसान जगह पर गांव के ही अभिषेक ने उसे पकड़ लिया और अश्लील हरकतें करने लगा। पीड़िता ने विरोध किया तो आंख पर घूंसा मार कर जख्मी कर दिया।