एड्स का नाम तो हर किसी के मुंह पर आता रहता है और आप भी इस का नाम बचपन से ही सुनते आ रहे होगे। लेकिन क्या आप यह जानते है कि आखिर एड्स है क्या? आप सब ये तो जानते होगे कि एड्स एक ऐसी बीमारी जो लोगों कि जान भी ले जाती है। लेकिन आइए आज हम आपको इसके बारे में कुछ रोचक बाते बताते है जो हम सब को पता होना चाहिए।
HIV का अर्थ है Human मानव, Immuno deficiency जो प्रतिरक्षा को कम करे और Virus = विषाणु। वह विषाणु जो किसी शरीर के अंदर उसकी रक्षा करने की शक्ति को कम करे।
HIV से संबंधित सबसे सरल सिद्धांत को “Hunter Theory” कहा जाता है। इसके अनुसार 1930 के दशक में अफ्रीका में किसी व्यक्ति को पीड़ित बंदर ने काट लिया जा उसने बंदर का मास खा लिया जससे वह HIV पीड़ित हो गया। इसके बाद सेक्स संबंधों कारण यह फैलता गया।
WHO के मुताबिक, दुनिया में 3 करोड़ 26 लाख लोग एचआईवी पीड़ित हैं। एड्स पीड़ितों के मामले में साऊथ अफ्रीका पूरी दुनिया में पहले पायदान पर है। यहां कुल जनसंख्या में से दस प्रतिशत से ज्यादा लोग एड्स पीड़ित हैं। यहाँ हर रोज एड्स के कारण 4300 लोग मरते है। आंकड़ों की मानें तो यहां 56 लाख लोग एड्स से पीड़ित हैं ।
दुनियाभर में 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे के रूप में मनाया जाता है। AIDS का अंतरराष्ट्रीय प्रतीक “लाल रिबन” है जो 1991 में अपनाया गया था।
भारत में एड्स का पहला मामला 1986 में चेन्नई में सामने आया था। विदेशी टूरिस्टों के संपर्क में आने और सही सुरक्षा ना बरतने से इस महिला को एड्स हुआ। बता दें कि इस मामले के एक साल के अंदर भारत में एड्स से जुड़े 135 अन्य मामले सामने आए थे।
एड्स का पहला मामला 1959 में अफ्रीकी देश कॉंगो में सामने आया था, जब एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसके खून की जांच की गई तो पता चला कि उसे एड्स था।
आपको बता दें कि AIDS इतनी खतरनाक है कि अब तक इससे ढाई करोड़ लोग मारे गए है।
एड्स पर बनी पहली हॉलीवुड फिल्म का नाम “एंड द बैंड प्लेड ऑन” था।
HIV विषाणु कमरे के तापमान (25 डिग्री C) पर भी सूखे खून में 10-15 दिन तक जीवित रह सकते है।
HIV विषाणु 60 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान होने पर मारे जाते है।
पूरी दुनिया में हर दिन 900 नए बच्चे AIDS के शिकार हो रहे है।
बिल्लियां मनुष्य की बहुत ही अच्छी दोस्त हैं, इन्हें भी एड्स के समान ही एक बीमारी होती है, जिसे एफआईवी कहते हैं। एचआईवी और एफआईवी में यह समानता है कि इनमें इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है।
अफ्रीकी देश बोत्सवाना में एड्स के चलते लोगो की उम्र 65 साल से 35 साल पर आ गयी है।
स्वाजीलैंड में अगर कोई लड़की मरती है तो 80% चांस है कि वह एड्स से मरी होगी।
अमेरिका में AIDS का 5 में से 1 मरीज ऐसा होता है कि उन्हें पता ही नही है कि वह AIDS से पीड़ित है।