दारू अगर फ्री की मिले तो भला कौन उसे छोड़ना चाहेगा। पेड़ पर अक्सर आपने फलों को लटकते और टपकते देखा होगा। लेकिन क्या कभी आपने किसी पेड़ से बीयर बरसती देखि या सुनी है। सुनने में यह बात अजीब ज़रूर लगती है लेकिन जनाब दिल्ली के एक कॉलेज में एक ऐसा नीम का पेड़ हैं जो काफी सालों से बीयर का उत्सर्जन कर रहा है । यहाँ लोग बीयर पीने के लिए लंबी लाइन लगा कर खड़े होते हैं। इस पेड़ के तने से बाल्टियां लटकी दिखाई दे रही हैं।
दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय के नोर्थ कैंपस में एक नीम के पेड़ ने खुलेआम बियर बार खोल रखा है। जीहां कैंपस के पास रग्बी स्टेडियम के पास एक नीम के पेड़ से सफेद रंग का पदार्थ निकल रहा है। इसकी खुश्बू बिलकुल बियर जैसी है और ये नशीला भी है। आस-पास की दुकानों और कारखानों आदि में काम करने वाले मजदूर इस फ्री बियर के लिए लाइन लगा कर एक कंटेनर के साथ पेड़ के नीचे खड़े हो जाते हैं। उनका कहना है कि पेड़ से फ्री में बियर मिल रही है और नीम के पेड़ से निकलने के कारण ये नुकसानदायक होगी ऐसा भी उन्हें नहीं लगता।
इस बात को कन्फर्म करते हुए विश्वविद्यालय के हेड गार्डनर महेश प्रसाद ने बताया कि कैंपस ही नहीं बाहर के लोग भी इस पेय पदार्थ को लेने के लिए यहां आते हैं। उन्होंने बताया कि ये सिलसिला एक साल से जारी है। उन्होंने ये भी बताया ये सफेद पदार्थ बहुत नशीला भी है। हालाकि 15 नीम के पेड़ और भी हैं जो कि 50 साल से ज्यादा पुराने हैं। जिनमें से सिर्फ एक ही पेड़ से ये पदार्थ निकल रहा है। लोगों का कहना है यह पेड़ पूरे दिन में एक लीटर बीयर देता है।
जब इस बारे में विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एनवायरमेंटल मैनेजमेंट ऑफ डीग्रेडिड इको-सिस्टम के प्रोफेसर्स से पूछा गया तो उन्होंने कहा वैसे तो यह असामान्य बात है और पहली बार ऐसा कुछ सुनने में आया है जो अनोखा होते हुए भी पूरी तरह सच है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने ये भी बताया कि उन्होंने इसकी जांच की है, पता चला है कि पेड़ के अंदर कुछ माइक्रोबायल गतिविधियां चल रही हैं जिसकी वजह से ये तरल पदार्थ निकल रहा है। उन्होंने ये भी बताया कि ऐसा ही एक मामला वाराणसी में भी देखने को मिला था। जांच करने पर पता चला कि पेड़ में सैलीसायक्लिक एसिड मिला हुआ था जो कि एसप्रिन में एक प्रमुख घाटक होता है। ऐसा ही कुछ इस पेड़ के साथ भी है हालाकि अब ये प्रक्रिया धीमी पड़ने लगी है।