मेरे पति को पकड़ कर ले आओ, उसे सज़ा दिलानी है, रो-रो कर पत्नी कह रही है सबसे , नाम- नेहा खत्री…उम्र- 30 साल…खंडवा नाका निवासी नेहा करीब पांच महीने से एमवायएच में भर्ती है। वह यहां आने वाले हर शख्स से एक ही गुजारिश करती है कि कोई एक बार उसके पति को ले आए। उसे सजा दिलवानी है।
नेहा के मुताबिक, कुछ दिन पहले नागपुर से पिता भी आए थे, लेकिन वे भी अपनी मजबूरी बताकर लौट गए। नेहा ने बताया कि पिता होटल में काम करते हैं। घर का भी ठिकाना नहीं है। नेहा की दवाई व अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति करने वाले राधेश्याम साबू और त्रिलोकचंद बंसल ने बताया कि वह अपने बच्चों से मिलने के लिए परेशान हो रही है। डॉक्टर और समाजसेवी अब उसे आश्रय गृह भेजने का विचार कर रहे।
नेहा मूल रूप से नागपुर की रहने वाली है। दस साल पहले खंडवा नाका निवासी किशोर खत्री से उसकी शादी हुई थी। उसके दो बच्चे जीत और अमृत हैं। पति ने उससे वकील के सामने एक कागज पर हस्ताक्षर करवाकर जबरन तलाक ले लिया। इसी गुस्से में उसने खुद को आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। पति ने ही उसे एमवायएच में भर्ती कराया था। कुछ दिन तक वह देखने आया। इसके बाद गायब हो गया।