चीन में फालुन गोंग की प्रैक्टिस करने वालों की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। ह्यूमन राइट ऑर्गेनाइजेशन एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक, 60 साल की चेन हुईशिया को इस आरोप में तीन साल के लिए जेल भेज दिया गया है। वहीं, उनकी फैमिली को भी डिटेंशन सेन्टर में उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा। बता दें, फालुन गोंग 90 के दशक में एक स्प्रिचुअल मूवमेंट के तौर पर तेजी से उभरा था, जिसे सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था।
ली होंगजी ने इसकी शुरुआत की थी और जिसे चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने एक खतरे और धर्म से जुड़ी समस्या के तौर पर देखा। सरकार ने इससे जुड़े धार्मिक संगठन को गैरकानूनी करार दिया और एंटी कल्ट कानून बना दिया। इसके तहत इसे मानने और इसकी एक्टिविटीज में शामिल होने वाले रिलीजियस लीडर्स को 1999 तक अरेस्ट किया गया और तरह-तरह से यातनाएं दी गईं। इतना ही नहीं, चीन ने हाल ही में इस संगठन को टेरेरिस्ट ऑर्गेनाइजेशन की लिस्ट में शामिल कर लिया है। वो भी तब ऐसा किया, जबकि इस संगठन का कोई ऐसा हिंसक इतिहास नहीं रहा है। इन्हें बिना किसी वजह के टॉर्चर किया जाने लगा। यहां हम टॉर्चर के उन्हीं तरीकों के बारे में बता रहे हैं।