अप्रैल 1912 में दुनिया का सबसे बड़ा और सभी सुविधाओं से लैस पानी का जहाज़ टाइटैनिक अपने बनने के कुछ ही घंटों बाद हमेशा के लिए नष्ट हो गया था। काफि सालों से इसके डूबने को लेकर काफी लोगों में मतभेद है। कुछ लोग इसके डूबने का कारण एक विशाल आइसबर्ग के टकराने से मानते हैं। लेकिन आज हम आपको बताने जारहे हैं कि टाइटैनिक आइसबर्ग से टकराने से नहीं बल्कि आग लगने की वजह से डूबा था। दरअसल शोधकर्ताओं ने कहा है कि यह आग तीन हफ्तों तक लगी रही और किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। इसी आग के कारण जहाज क्षतिग्रस्त हो गया था। फिर जब सफर के दौरान आइसबर्ग के साथ इसकी टक्कर हुई, तो कमजोर होने के कारण वह डूब गया।