मोदी सरकार के मुद्रा प्रतिबंध आदेश को देश के लोगों से सर आँखों पर बैठाया है। लेकिन देश में कई जगह इसके बुरे परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां मजदूरी करने वाली एक महिला सेंट्रल बैंक में अपने पैसे जमा कराने आई थी लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि उसके पास मौजूद उसकी मेहनत की कमाई के चार हज़ार रुपए अब मान्य नहीं है तो उसे सदमा लगा और हार्ट अटैक से मौके पर ही उसकी मौत हो गयी।
दरअसल उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की रहने वाली राम प्रसाद की पत्नी तीर्थराजी देवी इलाके में ही मजदूरी का काम करतीं थीं जबकि उनका पति रामप्रसाद लोगों के कपड़े धोने का काम करता है। कप्तानगंज क्षेत्र के खबराभार गांव के करनहा टोला के रामप्रसाद कपड़ा धुलाई का काम करते हैं। रामप्रसाद ने बताया कि इसी कमाई से किसी तरह पूरे परिवार का खर्चा चल रहा है। पत्नी तीर्थराजी देवी ने इसी गाढ़ी कमाई से बचत-बचत कर-कर के चार हजार रुपए जमा किए थे। गुरुवार को अपनी बचत के एक-एक हजार के चार नोट लेकर सेंट्रल बैंक में जमा करने आयी थीं। उसे नहीं मालूम था कि आधी रात के बाद से ही 500 और 1000 के नोट पर सरकार ने बैन लगा दिया है।