अगर आपका बच्चा किशोरावस्था की दहलीज पर कदम रख चुका है तो वह फिजिकली और मेंटली उन सभी बदलावों से गुजरेगा, जो विपरीत सेक्स की तरफ उसकी रुचि बढ़ाएंगे। और फिर प्यार-व्यार होना तो आम बात है। आपका बच्चा भले ही आपसे कितना छिपाए,लेकिन आप उसकी कुछ हरकतों को नोटिस करके आप समझ सकते हैं कि कहीं उस पर भी इश्क का भूत तो सवार नहीं है।
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खुद पर ज्यादा ध्यान देना- अगर आपका बच्चा अचानक ही अच्छी तरह तैयार होने लगा है। अलग-अलग तरह के परफ्यूम्स वगैरह ट्राई करने लगा है तो यह एक सिग्नल है कि उसकी लाइफ में कोई आ गया है।
नई हॉबी- आमतौर पर यह पाया गया है कि जब टीनेजर डेट करना शुरू करते हैं तो अपने पार्टनर की हॉबीज अपनाने लगते हैं। जैसे, म्यूजिक सुनना, बुक पढ़ना, वगैरह, वगैरह। और सबसे बड़ी बात, म्यूजिक की तरफ अचानक उनका रूझान बढ़ना ही प्यार की सबसे पहली निशानी है।
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टूटी-फूटी शायरी करना- वह इश्क कैसा जिसमें बंदा ग़ालिब या ग़ुलजार न हो जाए अगर आपके बेटे/बेटी की किताबों में कविता की किताबों ने जगह बना ली है, या फिर उसने अपनी डायरी में टूटी-फूटी शायरी करनी शुरू कर दी है, तो समझ जाइए जनाब, वह इश्क की गिरफ्त में है।
अपने ऊपर पहले से ज्यादा ध्यान देना- पहले सुबह उठने के घंटों बाद भी उसे ब्रश करने का ख्याल नहीं आता था, और अब दिन में 2-2 बार उसके मुंह की सफाई होने लगी है, तो समझ जाइए कि ओरल हाईजीन पर इतना ध्यान किसी कारण से ही दिया जा रहा है।
सोशलाइजिंग- इस मामले में 2 बातें हो सकती हैं। या तो आपका इंट्रोवर्ट बच्चा अब खुलने लगा है और बाहर लोगों से घुलने-मिलने लगा है, या फिर आपका एक्स्ट्रोवर्ट बच्चा अचानक ही अपनी एक अलग दुनिया में कैद हो गया है, जिसमें घुसने की इजाजत किसी को नहीं है। इन दोनों ही सूरतों में आपको समझ जाना चाहिए कि उसकी जिंदगी में इश्क की खिचड़ी पकनी शुरू हो चुकी है।